Delhi MCD Election

Delhi MCD Election: दिल्ली एमसीडी चुनाव में 'आप' की जीत पर पार्टी नेताओं में खुशी की लहर, देखें कैसे मनाया जश्न

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चंडीगढ़। Delhi MCD Election दिल्ली महानगर पालिका (एमसीडी) चुनाव में आम आदमी पार्टी Aam Aadmi Party (आप) की शानदार जीत पर पंजाब Punjab के पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई। जीत की खबर सुनते ही 'आप' aap कार्यकर्ता चंडीगढ़ पार्टी मुख्यालय में इकट्ठे हो गए और लड्डू खिलाकर एक-दूसरे को जीत की शुभकामनाएं Best wishes दी।

Punjab cabinet minister Brahm Shankar Zimpa पंजाब के कैबिनेट मंत्री ब्रह्म शंकर जिंपा,चेतन सिंह जौड़ामाजरा, लालचंद कटारुचक Lalchand Kataruchak, हरभजन सिंह ईटीओ Harbhajan Singh ETO और लालजीत भुल्लर Laljeet Bhullar ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ ढोल-नगाड़े बजाकर जश्न मनाया और जीत की खुशी साझा की।

पत्रकारों से बात करते हुए 'आप' नेताओं ने कहा कि पूरे देश के लोग आम आदमी पार्टी Aam Aadmi Party को पसंद कर रहे हैं। भाजपा-कांग्रेस की राजनीति से देश के लोग अब तंग हो चुके हैं। लोग अब बदलाव के लिए आम आदमी पार्टी Aam Aadmi Party को विकल्प के तौर पर देख रहे हैं। इसीलिए चुनाव दर चुनाव आम आदमी पार्टी Aam Aadmi Party लगातार बड़ी जीत दर्ज कर रही है। 

जश्न मनाया और जीत की खुशी साझा की (celebrated and shared the joy of victory) 

Delhi MCD Election दिल्ली एमसीडी चुनाव में कुल 250 सीटों में से आम आदमी पार्टी ने बहुमत से काफी ज्यादा 134 सीटों पर, भारतीय जनता पार्टी  Bharatiya Janata Party 104 और कांग्रेस पार्टी congress party ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं, 3 निर्दलीय प्रत्याशी को भी जीत हासिल हुई है। बहुमत के लिए 126 सीटों की जरूरत है। 

वोट शेयर के भी मामले में आम आदमी पार्टी Aam Aadmi Party सबसे ऊपर रही। 2017 चुनाव के 26 प्रतिशत 26 percent के मुकाबले पार्टी को करीब 16 प्रतिशत 16 percent ज्यादा वोट मिले। 'आप' को 42 प्रतिशत, 42 percent भाजपा को 39 और कांग्रेस को 12 प्रतिशत लोगों ने वोट किए। 

पिछले चुनाव के मुकाबले भाजपा B J P को इस बार करीब 80 सीटों का नुकसान हुआ है। पिछली बार भाजपा ने जहां 181 जीतकर अपना मेयर बनाया था। वहीं इस बार उसे सिर्फ 104 सीटें ही मिल पायी। कांग्रेस पार्टी congress party  इस बार दहाई अंक को भी नहीं छू सकी। कांग्रेस के सिर्फ 9 पार्षद ही चुनाव जीत सकें।

 

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